हैलो फ्रेंड्स, मैं आप सबकी जैस्मिन बहुत दिनों के बाद अन्तर्वासना सेक्स कहानी में आप सभी के साथ जुड़ रही हूँ, इसका मुझे खेद है.
इसी दौरान एक बार मेरा अपनी पक्की सहेली रीमा के घर जाना हुआ. उधर मैंने उसके ब्वॉयफ्रेंड को उसके ऊपर चढ़ कर रीमा की चुदाई करते हुए देख लिया था.
अब आगे:
मैं दबे पांव अन्दर जाकर देखने लगी कि रीमा की धकापेल चुदाई हो रही थी और उसी मादक सीत्कारें पूरे कमरे में गूंजने रही थीं.
मैंने देखा कि यह लड़का राहुल था और अब ये रीमा का ब्वॉयफ्रेंड बन गया था. राहुल रीमा के मम्मों को जानवरों की तरह मसल रहा था और चूस रहा था, जिससे रीमा पूरी तरह पागल होकर अपनी चूत में उसका लंड ले रही थी.
रीमा की इन कामुक सीत्कारों से मेरी तो आंखें जैसे फटी की फटी रह गई थीं. मुझे भी अपने मम्मों को दबवाने का मन होने लगा था. लेकिन मैं आवाज ना करते हुए उन लोगों की चुम्मा चाटी को देखती रही.
कुछ ही देर की उन दोनों की चुदाई से मेरी चूत में चींटियां रेंगने लगीं. मेरे हाथ की उंगलियां मेरी जींस के अन्दर मेरी फुद्दी में चली गईं. मैं अपनी चूत को सहलाने लगी. मेरे मुँह से हल्की सी सिस्कारियां निकलने लगीं. इसी के साथ मेरे मुँह से एक तेज स्वर में ‘अहह … अहह …’ निकल गया.
मुझे सच में इस वक्त की वासना के कारण ज़रा सा भी होश नहीं था.
रीमा की चुदाई की आवाजों से मेरे शरीर में रोंगटे खड़े हो गए थे. मैं लगातार अपनी चुत सहलाने लगी थी. उधर राहुल भी अपने लौड़े को रीमा की चूत से बाहर निकाल कर हिलाने लगा. उसका लंड लगभग 7 इंच का था. मेरा भी मन लंड चूसने को होने लगा था, पर राहुल रीमा के मुँह के पास चला गया.
रीमा राहुल के लंड से खेलने लगी और उसका लंड पकड़ कर चूसने लगी.
राहुल भी पूरे जोश में आ गया और अपने लंड को धकाधक रीमा के मुँह में पेलने लगा. लगभग 5 मिनट तक रीमा के मुँह को चोदने के बाद राहुल के लंड का पूरा वीर्य रीमा के मुँह में गिर गया. शायद रीमा वीर्य पीना पसंद नहीं करती थी, इसलिए वो अपना मुँह हटाने लगी.
लेकिन राहुल ने जबरदस्ती करते हुए अपना वीर्य रीमा के मुँह में डाल दिया.
ये अब देख कर मेरी हालत तो जैसे खराब ही हो उठी थी. मेरी चुत से लगातार पानी निकलने लगा था. मैं भी अपने एक हाथ को अपने चूचों पर रख कर दबाने लगी. मेरे दूसरे हाथ की उंगलियां अब भी मेरी चुत में चल रही थीं. इसी वजह से मुझे हल्का दर्द भी महसूस होने लगा था लेकिन इस सब पर ध्यान न देते हुए मैं रीमा की चुत चूसना देख रही थी.
राहुल रीमा की चुत चाट रहा था.
इसी दौरान मैंने देखा कि अचानक मेरे पीछे से राहुल के दो फ्रेंड्स सीमान्त और हनी आ गए थे. जिनको मैं कॉलेज से जानती हूँ. वे दोनों मेरे क्लासमेट थे. वे दोनों पीछे से आए थे. उन दोनों ने मुझे ऐसी हालत में देखा, तो एकदम से शॉक्ड हो गए.
उन दोनों ने मेरे हाथ पकड़ कर मुझे खींच लिया. मैं इस अचानक हुए हमले से हक्की-बक्की रह गई. वे दोनों मुझे खींचते हुए रीमा और राहुल के सामने ले गए. मैं चुदासी और सकपकाई सी हालत में रीमा के सामने खड़ी हो गई. मेरी तो जैसे हालत खराब ही हो गयी थी. मैंने वासना से मारी जा रही थी, चाहर रही थी कि ये दोनों मुझे चोद चोद कर अधमरी कर दें.
तभी मेरी ओर आते हुए सीमान्त ने मुझे राहुल और रीमा के सामने ही अपनी बांहों में जकड़ लिया. मैं एकदम से तड़प उठी और उससे अपने आपको छुड़ाने का दिखावा करने लगी. लेकिन तभी राहुल ने मुझे पीछे से आकर मुझे कसके पकड़ लिया. अब मैं हिल भी नहीं पा रही थी.
मैं बस उन लोगों से सामने बोले जा रही थी- जो तुम लोग कर रहे हो, ये गलत है. मुझे छोड़ दो.
इतने में रीमा मेरे पास आई और मुझे सलाह देने लगी- काहे तड़फ रही हो जानेमन … आज चुदवा लो यार … लंड लेने में सच में बड़ा मजा आता है.
मेरा मन तो चुदने का पहले से ही था. सर से चुदने के बाद एक अरसा हो गया था, मेरी चूत को लंड नसीब नहीं हुआ था. इस समय रीमा की बातों से तो मैं बहक गयी और मेरा भी मन चुदाई के लिए तड़प उठा.
लेकिन उन लोगों को दिखाने के लिए मैं मना कर रही थी. मैं रीमा से बोली- नहीं … मुझे नहीं करना ऐसा कुछ …
मैं फिर से अपने आपको छुड़ाने की कोशिश करने लगी. लेकिन सीमान्त और राहुल तो जैसे पागल ही हो गए थे.
उनके साथ जो हनी था, वो भी बस मुझे घूरे जा रहा था. कॉलेज में वो साला मुझे बहुत लाइन मारता था, लेकिन मैं उस पर कभी ध्यान नहीं देती थी. शायद इसलिए आज उसको मुझे ऐसे देखने का मौका मिल गया था. मैं उससे भी रिक्वेस्ट कर रही थी कि मुझे जाने दो.
वो राहुल और सीमान्त को समझाने लगा कि इसके साथ जबरदस्ती मत करो … जो करना है प्यार से करो. मुझे भी करने दो.
इतने में सीमान्त और राहुल ने मुझे छोड़ दिया और हनी मेरे पास आ गया. वो मेरी आंखों से आंसू पौंछने लगा. अब मुझे थोड़ा ठीक लगा. इतने में हनी ने मुझको गले से लगा लिया और अपने प्यार का इजहार करने लगा. मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं.
मैंने फिर उससे हाँ करके अपने प्यार का इज़हार कर दिया- तुम मुझे अच्छे लगते हो.
इतने में राहुल और रीमा की चुम्मा-चाटी शुरू हो गई थी. उन दोनों के साथ सीमान्त भी पीछे से रीमा के गले को किस करने लगा.
मैं भी उन तीनों को सेक्स करते देख कर फिर से बेकाबू होने लगी थी. इतने में हनी ने मेरे होंठों पर किस करना शुरू कर दिया. एक पल को तो मैं अकबका गई, लेकिन फिर मैं भी उसका साथ देने लगी.
उधर मैंने देखा कि राहुल रीमा के मम्मों को जोर से दबा बैठा, जिससे रीमा तड़प उठी. उसकी एक तेज आवाज पूरे रूम में गूंज गई.
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उसके चूचे बड़ी बेदर्दी से चूसे जाने से पूरे लाल दिखाई पड़ने लगे थे. रीमा की चुत को नीचे की तरफ से सीमान्त चूमे जा रहा था. रीमा एकदम से सिहर उठी थी. उसकी ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’ की आवाज निकलने लगी थी.
इधर मेरे होंठों पर किस करते करते हनी का हाथ मेरे मम्मों पे आ गया था और वो मेरे कपड़ों के ऊपर से ही मेरे मम्मों को सहलाने और दबाने लगा. मैं तो जैसे पागल हो गयी थी. इतने दिनों बाद मेरे मम्मों को किसी ने छुआ था. मुझे बड़ा मजा आने लगा था. मेरी आंखें बंद हो गई थीं. दो पल बाद मेरी आँखें खुलीं तो देखा कि सीमान्त ने अपना लंड रीमा के हाथ में दे दिया था.
एक तरफ रीमा के बूब्स को किस करते राहुल भी चुदाई के लिए भूखा हो गया था. सीमान्त ने रीमा की गांड को सहलाना शुरू कर दिया था. आगे से राहुल किस करते हुए रीमा की चुत में उंगली करने लगा. फिर राहुल ने अपने लंड का सुपारा हिलाया और रीमा की चुत में डाल दिया.
शायद सीमान्त ने भी पीछे से रीमा की गांड को बजाने की सोच लिया था. मेरी सोच सही निकली. पीछे से सीमान्त रीमा के बाल पकड़ कर उसकी गांड में अपना लंड डालने लगा, जिससे रीमा को बहुत दर्द होने लगा. वो दर्द होने के बाद भी चुदाई की भूख में ये सब सह रही थी.
मेरी तो ये सब देख कर हालत ख़राब हो रही थी. मैं डर कर कहने लगी- अब रीमा की गांड फट ही जाएगी.
पीछे से मेरे ऊपर चढ़े हनी ने मुझे समझाया- कुछ नहीं होगा.
हनी मेरे नंगे मम्मों को देखने की ज़िद करने लगा. मैं उसकी बात मान गई. मैंने अपनी टी-शर्ट उतारने का मन बना लिया.
मेरे मम्मों का साइज 32 इंच है, ये बहुत ही जबरदस्त टाइट हैं. मेरे मम्मे दिखने में बहुत खूबसूरत हैं. इनको देख कर किसी के भी मुँह में पानी आ जाएगा.
फिर धीरे से मैं अपने टॉप को उतारने लगी. मेरी लाल कलर के ब्रा में मेरे आधे से ज्यादा चूचे बाहर से ही झलक रहे थे. हनी मेरे मम्मों को देखने लगा. फिर उसने मेरे पास आकर ऊपर से मेरे निप्पल अपने होंठों में दबा लिए. उसने मेरे मम्मों को चूसते हुए मेरी ब्रा को खोल दिया. मैं आधी नंगी हो गई थी.
उसी दौरान सीमान्त ने रीमा की गांड में जबरदस्ती अपना 7 इंच का लंड पूरा डाल दिया. राहुल भी नीचे से उसकी चुत को चोदने लगा. रीमा की आहों से पूरा रूम गूंजने लगा था.
इतना गरम माहौल देख कर हनी को तो जैसे रसमलाई मिल गई थी. वो मेरे मम्मों को ऐसे घूर रहा था मानो खा जाएगा. उसकी तड़प को देखने का मजा ही कुछ और था. उसके हाथ मेरे मम्मों की ओर बढ़ रहे थे. मुझे भी अब इस सामूहिक चुदाई में भाग लेना था, तो मैंने हनी को भी किसी भी चीज के लिए नहीं रोका.
राहुल रीमा और सीमान्त का चुत चुदाई का सिलसिला जारी था. रीमा की गांड से खून निकलने लग गया था. फिर भी उसको चुदाई में बड़ा मजा आ रहा था.
इधर हनी ने मुझे उत्तेजित होते देखा तो उसने अपने सारे कपड़े निकाल कर दूर फेंक दिया. उसका लंड 6.5 इंच का था … लेकिन मोटा बहुत ज्यादा था. मुझे तो हनी का मोटा लंड देख कर मजा आ गया. आज तो मुझे खुद से उसका लंड चूसने की बेताबी था.
मैं उसके लंड के पास हो गयी और उसके लंड को चूसने लगी.
हनी को तो मानो जन्नत मिल गई थी. वो पूरा बेकाबू होकर मस्ती में गाली देने लगा- अहह मेरी रंडी … कितना अच्छा लंड चूस रही है. … मेरा लंड खाले साली रांड … चूस और जोर से चूस अहह.
उधर सीमान्त और राहुल ने रीमा की चुत और गांड का पूरा भोसड़ा बना दिया था. रीमा एक रंडी की तरह सीमान्त और राहुल से चुदवा रही थी. न जाने रीमा का कितनी बार पानी निकल गया था.
थोड़ी देर में चोदते चोदते राहुल का पानी निकलने वाला था, तो उसने अपना लंड निकाल कर रीमा के मुँह में लगा दिया और पूरा पानी उसके मुँह में ही निकाल दिया.
रीमा के पीछे से लगा सीमान्त उसकी गांड की चुदाई में धकापेल लगा हुआ था. उसकी चुदाई अभी पूरी नहीं हुई थी. उसने रीमा की गांड को इतना बजाया कि रीमा की गांड में जलन होने लगी थी. तभी सीमान्त ने अपने लंड का पानी रीमा की गांड में डाल दिया, जिससे रीमा को मानो लज्जत मिल गई थी.
उन लोगों का चुत गांड चुदाई का खेल लगभग खत्म हो गया था. वे तीनों लोग एक दूसरे की बांहों में पड़े थे. यहां मैं और हनी एक दूसरे को चूम रहे थे. हनी ने मेरे दूध चूस चूस कर एकदम लाल कर दिए थे. उसने मेरे मम्मों को खूब चूसा, फिर मेरे मम्मों में लंड फंसा कर चुदाई भी की. इस तरह से मम्मों को चुदवाते समय भी मुझे भी हनी का लंड अपने मुँह में लेना अच्छा लग रहा था. उसका लंड वाकयी बहुत टेस्टी था.
इसके बाद हम दोनों 69 के पोज में आ गए. मैं उसका लंड चूस रही थी और वो मेरी चुत चाट रहा था. मेरे मुँह से ‘अहह आह..’ की सीत्कार गूंज रही थी.
लगभग 5 मिनट बाद हनी सीधे होकर मेरी चुत में उंगली करने लगा. उसने दूसरे हाथ से अपना लंड मेरी चुत में घुसेड़ दिया. मेरी तो जैसे जान ही निकल गयी थी. इतने में सीमांत और राहुल मुझे ऐसे देख रहे थे, जैसे खा ही जाएंगे. वे दोनों सोच रहे थे कि साली रंडी जैस्मिन पहले तो इतना मना कर रही थी, अब देखो कैसे उछल उछल के लंड से चुदवा रही है.
इतने में वो दोनों मेरे पास आ गए. मेरे मम्मों को सीमान्त दबाने लगा और राहुल मेरे होंठों को किस किए जा रहा था.
करीब दस मिनट की चुदाई के बाद हनी का और मेरा स्खलन एक साथ हो गया हनी का वीर्य मेरी फुद्दी में ही निकल गया. हम दोनों थक कर एक दूसरे की बांहों में लिपट कर शिथिल होकर पड़े रहे.
दोस्तो, अपनी अगली सेक्स कहानी में आप सभी ले लिए लिखूँगी कि कैसे हम सभी ने मिल कर ग्रुप सेक्स में गैंग बैंग किया और कैसे राहुल और सीमान्त ने मेरी गांड की सील तोड़ी. वह भी आगे बताऊँगी.
अभी आपके कमेंट का मुझे इन्तजार रहेगा.