हॉट गर्ल्स लव सेक्स … पति और उसके दोस्त का लंड ले चुकी एक बीवी की चूत की आग बुझाये नहीं बुझ रही थी। वो जानती थी कि पराये मर्द से सेक्स गलत है. पर …
दोस्तो, मैं आपको दो दोस्तों और एक बीवी की चुदाई की कहानी बता रहा था। हॉट गर्ल्स लव सेक्स कहानी के पिछले भाग
पति के लंड से मन नहीं भरा
में आपने देखा कि कैसे सुधीर ने अपनी बीवी की जबरदस्त चुदाई की। मगर ऋचा की चूत तो समीर का लंड भी लेना चाहती थी।
ऋचा ने सिगरेट सुलगा ली। उसे नींद नहीं आ रही थी।
लिफ्ट में चूसे समीर के होंठों की गर्मी उसके होंठों पर बाकी थी।उसका मन कर रहा था कि वो एक बार समीर के रूम में जाकर उससे चिपट कर सो जाये, मगर ये कैसे संभव था।
अब आगे हॉट गर्ल्स लव सेक्स कहानी :
उसने सुधीर से पूछा- कॉफी पियोगे?
सुधीर बोला- तुम पी लो, मैं तो सोऊंगा, सुबह जल्दी जाना है, एक मीटिंग है।
ऋचा बोली- अकेले क्या पीना?
तो सुधीर बोला कि समीर अभी सोया नहीं होगा, उससे पूछ लो।
बस यही तो ऋचा चाहती थी पर उसने ड्रामा किया- नहीं समीर के साथ अकेले, अच्छा नहीं लगेगा।
तो सुधीर बोला- कोई बात नहीं समीर के साथ कोई फ़ार्मैलिटी नहीं है।
ऋचा वॉशरूम गयी और अपनी चूत को अच्छे से धोया और बॉडी स्प्रे करके, सिर्फ गाउन में ही बाहर जाने लगी।
सुधीर नंगा ही था, तो ऋचा ने उससे कहा- कुछ पहन लो, अगर समीर आ गया तो?
सुधीर बोला- तुम लाइट ऑफ कर दो और दरवाजा बाहर से बंद कर देना।
ऋचा मुस्कराती हुई बाहर चली गयी और गेट बाहर से लॉक कर दिया।
समीर के कमरे की लाइट जल रही थी।
ऋचा मुस्कराती हुई कमरे में पहुंची.
समीर मोबाइल में पोर्न देख रहा था। ऋचा को देख कर वो चौंक गया।
ऋचा ने लाइट बंद कर दी और सीधी समीर की बाहों में पहुँच गयी।
समीर और उसके होंठ मिल गये। दोनों ऐसे चिपट गए जैसे बरसों के बिछड़े हों।
ऋचा ने अपना गाउन उतार फेंका और समीर के कपड़े भी खींच कर उतार दिये।
फिर जो वासना का ज्वार उठा वो एक घमासान युद्ध के जैसा था मगर बिना किसी आवाज का!
लंड चूत में गच्च से घुस गया और दोनों एक दूसरे से ऐसे लिपटने लगे जैसे चंदन वृक्ष पर नाग।
होंठों से होंठों की लार एक दूसरे के मुंह में जाती रही। लंड और चूत की चुदाई में पच पच की आवाज आती रही।
यह लड़ाई दोनों के एक साथ स्खलित होने के बाद ही थमी।
दोनों के बीच में जैसे एक तूफान सा आकर थम गया। दोनों हांफ रहे थे।
ऋचा की चूत को अब पूर्ण संतुष्टि मिली थी। उसने दोनों लौड़ों का वीर्य चख लिया था।
ऋचा उठी और गाउन लपेटते हुए बोली- कॉफी ला रही हूँ, और हाँ … कल ऑफिस नहीं जाना।
फिर वो दोनों कॉफी पीने लगे और कुछ पांच-सात मिनट तक बातें करने के बाद ऋचा अपने रूम में चली गयी।
अगले दिन सुधीर फटाफट तैयार हुआ और ऋचा से नाश्ता देने को कहते हुए बोला कि आज समीर टॅक्सी से चला जायेगा।
मगर समीर उठा नहीं था।
ऋचा ने फिर ड्रामा किया और कहा कि डार्लिंग घर में अकेले समीर के साथ उसे ठीक नहीं लग रहा है, अब समीर को शिफ्ट हो जाना चाहिए।
तभी बाहर से समीर की आवाज आई।
वो अब उठ गया था।
सुधीर ने उसको बताया कि वो आज जल्दी ऑफिस जा रहा है।
समीर बोला- मैं भी आज शाम को होटल में शिफ्ट होऊंगा।
सुधीर ने मना भी किया तो समीर बोला- यार, कंपनी के नियम तो मानने ही पड़ते हैं। फिर वैसे भी रहूँगा तो शहर में ही, मिलते रहेंगे।
समीर ने बताया कि वो आज थोड़ा देर से ऑफिस जायेगा और अपना सामान होटल में रख कर जायेगा।
सुधीर के जाने पर ऋचा ने समीर को देख कर मुस्कराते हुए कहा- क्यों एक रात में ही मन भर गया?
तभी समीर ने उसे अपने सीने से चिपटा लिया और उसके होंठों पर किस करते हुए कहा- मैं सुधीर को जानता हूं। वो शक्की है। अगर उसे कुछ शक हो गया तो तुम्हारी ज़िंदगी बर्बाद हो जायेगी।
समीर ने बताया कि उसे लग रहा है कि रात को लिफ्ट में जब ऋचा ने उसे किस किया तो लिपस्टिक का निशान मेरी कॉलर पर लग गया था और जिसे सुधीर ने नोटिस किया था।
सुधीर ने समीर से मुस्कराते हुए रात को वो निशान दिखाया था। मगर समीर ने हँसते हुए उससे कह दिया था कि रात लिफ्ट से निकलते समय ऋचा लड़खड़ा गयी थी तो उसे संभालने में शायद निशान लग गया होगा।
वो बोला- देखो, अभी तो कुछ हुआ नहीं मगर कल को कोई बात न बन जाये। और फिर जब हम एक ही शहर में हैं तो मस्ती में तो कमी होगी नहीं।
ऋचा बोली- चलो ठीक है। मगर अब फिलहाल का मूड मत खराब करो।
ये सुन कर समीर ने ऋचा को गोदी में उठा लिया और अपने होंठ उसके होठों से मिला दिये।
दोनों के जिस्म एक बार फिर से एक दूसरे में समाने के लिए तैयार हो गये।
ऋचा भी समीर की बांहों में झूल गयी और ताबड़तोड़ चूमने लगी। ऋचा समीर को बेड रूम में ले गयी और समीर को उसने बेड पर धक्का देकर लिटाया और उसका बरमुडा नीचे खींच दिया।
समीर का लंड तना हुआ था। ऋचा ने बहुत मादक अंदाज़ में उसे चूसना शुरू किया।
तो समीर की आहें निकलनी शुरू हो गईं।
अब ऋचा ने भी अपना नाइट सूट उतार फेंका और 69 पोजीशन में समीर के ऊपर चढ़ गयी।
इधर समीर ने अपनी जीभ उसकी चूत में कर दी। समीर ने हाथ बढ़ा कर उसके मम्में पकड़ लिये और दबाने लगा।
ऋचा भी मम्में चुसवाना चाहती थी तो वो बेड पर लेट गयी।
समीर उसके ऊपर चढ़ गया और उसके दोनों कबूतर एक एक करके मसलने लगा।
ऋचा बोली- आराम से करो, आज पूरा दिन तुम्हारा है।
समीर ने चूस चूसकर दोनों मम्में लाल कर दिये।
ऋचा हंस कर बोली कि शाम को सुधीर पूछेगा कि मम्मों पर कोई एलर्जी हो गयी है क्या? तो मैं क्या जवाब दूंगी?
समीर ने अपना मूसल ऋचा की चूत में घुसेड़ दिया।
ऋचा की चीख निकल गयी।
समीर का लंड मोटा था और उसने एक साथ पूरी ताकत से पेला था। अब समीर ने ऋचा की ऐड़ियों को पकड़ कर उसकी टाँगें चौड़ी कर दीं और लगा धक्कम पेल करने।
घर में कोई और था नहीं तो ऋचा भी भरपूर सीत्कारें निकाल रही थी।
कमरे का माहौल पूरा वासनमय हो रहा था। सिर्फ आह … ऊह … और ज़ोर से … मजा आ गया … जैसी आवाजें गूंज रही थी।
समीर और ऋचा आज अपनी हर हसरत पूरी करना चाह रहे थे।
अब समीर ने ऋचा को घोड़ी बनाया और उसकी गांड में लंड पेलना चाहा।
ऋचा सिहर गयी, उसका मन तो हुआ कि समीर को करने दे, मगर दर्द के अहसास ने उसे ऐसा करने से रोक दिया।
ऋचा ने अपना हाथ पीछे करके समीर का मूसल अपनी चूत में कर दिया।
समीर ने उसके दोनों मम्में फिर पकड़ लिये और पीछे से चुदाई करने लगा।
ऋचा सातवें आसमान पर थी। वो मचल रही थी। उसकी कामोत्तेजना चरमोत्कर्ष पर थी।
तब ऋचा ने उसका लंड बाहर निकाला और समीर को लिटा कर उसके ऊपर चढ़ गयी।
आज वो दोनों कामलीला की हर अदा को आज़माना चाह रहे थे।
ऋचा उछल उछलकर हाँफने लगी थी।
इधर समीर की सांसें भी फूलने लगी थीं। वो लगातार झटके पर झटके दे रहा था।
फिर एक झटके में दोनों का हो गया।
समीर ने अपने वीर्य से उसकी चूत भर दी।
दोनों निढाल होकर लेट गये।
तभी ऋचा के फोन की घंटी बजी।
सुधीर का विडियो कॉल था।
ऋचा घबरा गयी।
वो समीर से चुदकर नंगी ही बेहाल पड़ी थी।
सुधीर का वीडियो कॉल था।
वो क्या करे … उसका दिमाग घूम गया।
तभी उसे एक आइडिया आया; वो मोबाइल लेकर भाग कर बाथरूम में गयी और शावर चला दिया।
उसने फटाफट शैम्पू सिर पर डाल दिया और सुधीर की कॉल रिसीव करके फोन स्टैंड पर रख दिया।
अब स्क्रीन पर सुधीर था और वो शावर के नीचे नहा रही थी।
शैम्पू का झाग उसके पूरे शरीर पर था।
सुधीर हँसते हुए उससे बोला- आज इतनी सुबह क्यों नहा रही हो और कॉल उठाने में इतनी देर क्यों कर दी?
ऋचा बोली कि मैंने सोचा बाल धोने हैं तो जल्दी नहा लूँ और सिर पर शैम्पू था तो कॉल सिर धोकर ही उठाया।
सुधीर तो उसे नंगी नहाते देखकर मचल उठा। वो बोला- मन कर रहा है कि अभी आ जाऊँ और तुम्हारे साथ शावर लूँ।
फिर उसने पूछा कि समीर कहाँ है, चलो उससे बात करता हूँ।
ऋचा ने बाथरूम के गेट पर खड़े समीर को आँख से इशारा किया कि वो फटाफट कपड़े पहन कर अपने रूम में जाये।
सुधीर से वो बोली- समीर को भी कर लेना कॉल बाद में, पहले अपनी बीवी को मन भरकर देख तो लो!
जब तक समीर कपड़े पहनता ऋचा ने सुधीर को बातों में लगाये रखा।
इसके बाद नहाकर ऋचा कपड़े पहन कर बाहर आई और समीर से बोली- मैंने बहुत सोचा, तुम ठीक कह रहे हो। सुधीर मुझसे इतना प्यार करता है। अगर कभी उसे कुछ शक हो गया तो उसकी ज़िंदगी बर्बाद हो जाएगी।
वो कहने लगी कि जितना हो गया, उन दोनों को अब इसे यहीं रोक देना चाहिए।
समीर भी इस बात से सहमत था।
वो तैयार हुआ और अपना सामान लेकर जाने लगा।
ऋचा ने उसे एक डीप किस दिया और कहा कि मेरी ज़िंदगी में नये रंग देने के लिए थैंक्स।
समीर चला गया।
तो दोस्तो, ये थी एक बीवी की चुदास की कहानी। आपको ये हॉट गर्ल्स लव सेक्स कहानी कैसी लगी आप इस बारे में अपनी राय जरूर दें।
मेरा ईमेल आईडी है- [email protected]